Skip to main content

Posts

Showing posts from June, 2020

कविता - काश..सारे सपने ही साकार हो जाते

काश..सारे सपने ही साकार हो जाते, सोच लेने भर से ही काम हो जाते । ना जाते बाहर कहीं और सारा शहर घूम आते, यूं अगर सपने भी साकार हो जाते । । सोए रहते सारा दिन और महान हो जाते, लिख देते कुछ ऐसा के नाम हो जाते, यूं अगर सपने भी साकार हो जाते ।। एग्जाम्स भी हाई डिमांड गेम हो जाते, हर लेवल में नया सीखते कुछ अपना कर पाते, यूं अगर सपने भी साकार हो जाते । । जहां जाना सबसे मुश्किल हो, वही पहुंच जाते, देता जब आवाज कोई तो पल में लौट आते । यूं अगर सपने भी साकार हो जाते, सोच लेने भर से ही काम हो जाते ।।

कविता - जिन्दगी कभी Alright नहीं होती

जिन्दगी कभी Alright नहीं होती, जैसी तुम चाहो, वैसी बात नहीं होती, समय तो लगेगा कुछ बनने में, जैसे जो कल होनी हो रात, वो आज नहीं होती।। सालों से ख्वाबों में जो सपने सजाए हैं, चलना, गिरना फिर संभालना खुद, अपनी तरह सिखाए हैं, उनके पीछे भागने में, मेहनत बेकार नहीं होती, जैसी तुम चाहो, वैसी बात नहीं होती।। हो जाओ कलेक्टर या इंजिनियर या डॉक्टर ही बन जाओ तुम, कुछ तो कमी रहेगी ज़िंदगी में, इस बात को भी समझ जाओ तुम, 'आगे बढ़ने की खुशी, और पीछे जाने का डर', के बीच भी ज़िन्दगी आम नहीं होती, जैसी तुम चाहो, वैसी बात नहीं होती।।