बढ़ती बेरोजग़ारी को, कौन रोक पाएगा । निकाले गए जो नौकरी से, कौन उन्हें बुलाएगा । कॉरोना काल के बाद, कुछ तो बदल जाएगा। । जो गांव अपने चले गए, उन्हें कौन वापस लाएगा। कौन बनाएगा घर, कौन रिक्शा चलाएगा। कोरॉना काल के बाद, कुछ तो बदल जाएगा।। डिजिटल होगा ज़माना, क्राइम भी बढ़ जाएगा । कोई जाएगा रेस्ट्रौंट, कोई भूखा ही सो जाएगा । कॉरोना काल के बाद, कुछ तो बदल जाएगा।। सूरज की नई किरण, नई हवा भी छू कर जाएगी । हर तरफ होगी हरियाली, नई कालिया खिल कर आएगी । पर क्या प्रकृति पर भरोसा, वहीं रह पाएगा । कॉरोना काल के बाद, कुछ तो बदल जाएगा।। गरीब और गरीब, किसान कर्जदार हो जाएगा । पर कहने को तो सब, ठीक हो जाएगा । कॉरोना काल के बाद, कुछ तो बदल जाएगा। कॉरोना काल के बाद, सब कुछ बदल जाएगा।।
I have tried many times to meet myself But every time I found myself far away from myself